ठंड से स्कूली बच्चों का हाल बेहाल, अभिभावकों की बढ़ी चिंता

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ठंड से स्कूली बच्चों का हाल बेहाल, अभिभावकों की बढ़ी चिंता

:-सर्दी में ठिठुरते स्कूल जा रहे बच्चे,अभिभावक बोले स्कूलों का समय बदला जाए

न्यूज़96इंडिया,बिहार

हाल के दिनों में मौसम का मिजाज बदलने से कनकनी बढ़ गई है वहीं ठंड हवा ने जन जीवन को ठंड से काफी परेशान किया है। इससे स्कूली बच्चे भी अछूते नहीं है। सुबह में अपने बच्चों को स्कूल भेजने वाले अभिभावकों को बच्चों की सेहत को लेकर चिंता बढ़ गई हैं। सुबह में कनकनी काफी अधिक रहती है।इसी बीच बच्चों को स्कूल के लिए तैयार होकर जाना रहता है।सरकारी स्कूल सुबह 9.30 बजे से शाम चार बजे तक संचालित होते है जबकि गैर सरकारी एवं अन्य स्कूल सुबह 8:30 बजे से संचालित होते है। ऐसे में स्कूल जाने के लिए बच्चों को सुबह सात बजे से ही तैयार होना पड़ता है।सरकारी स्कूल के बच्चों की हालत तो और खराब है।बच्चों को जो पोशाक दी गई है।इन पोशाक को पहनने से ठंड नहीं जा रहीं है। ऐसे में स्कूल बंद करने की मांग अभिभावकों की ओर से उठने लगी हैं।अभिभावकों का कहना है कि जब तक मौसम खराब है तब तक के लिए स्कूल बंद कर दिया जाना चाहिए या फर समय में बदलाव करना चाहिए। इससे बच्चे ठंड से बच सकेंगे और उनका सेहत भी खराब नहीं होगा। बताया जाता हे कि यदि एक-दो दिनों में ठंड कम नहीं होता है तो विभागीय स्तर से इस पर विचार हो सकता है।मौजूदा सत्र में ठंड आगाज पर कोई गौर नहीं किया जा रहा है। क्षेत्र में विगत सप्ताह से शीतलहर का प्रभाव बढ़ने की वजह से ठंड तेज हो गई है, लेकिन सुबह जल्दी उठकर स्कूल जाने वाले बच्चों का अभी तक समय नहीं बदला गया है। इससे छोटे बच्चों को सर्दी से संघर्ष करते हुए सुबह स्कूल जाने में खासी परेशानी हो रही है।

ठंडी हवाओं की गिरफ्त में आकर बच्चे बीमार भी होने लगे हैं :-

ठंडी हवाएं भी अपना प्रभाव छोड़ रही है।ऐसे में अनुमंडल  क्षेत्र के कई स्कूल सुबह 9 खुल रहे हैं। ठिठुरन के कारण छात्रों की हालत भी खस्ता बनी हुई है।इसके बावजूद भी ये स्कूल अपने समय सारिणी में कोई सुधार नहीं कर रहे हैं।अभिभावक भी इस समय को बदलने की बात कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन के द्वारा भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अभिभावकों का कहना है कि पिछले साल ठंड शुरू होते ही स्कूलों के समय में परिवर्तन किया गया था। इस बार भी अधिकारियों को जल्द ही समय बदलाव पर निर्णय लेना चाहिए।

बच्चों को सबसे ज्यादा दिक्कत स्कूल जाते हुए :-

सर्दी बढ़ने से सबसे ज्यादा दिक्कत छोटे बच्चों को स्कूल जाने में हो रही है और स्कूल का समय परिवर्तन नहीं होने के कारण बच्चों को शीतलहरों से संघर्ष करते हुए स्कूल जाना पड़ रहा है।वही मौसम विभाग आगामी दिनों में पारा गिरने की संभावना जता रहा है, जिससे स्कूली बच्चों की परेशानी ओर बढ़ती दिखाई दे रही है। इसे लेकर अभिभावकों ने प्रशासन से समय बढ़ाने की मांग की है। अभिभावकों का यह भी कहना है कि प्रशासन प्रतिवर्ष शीतलहर बढ़ने और तापमान बहुत कम होने पर स्कूल समय परिवर्तित करता है लेकिन उसके पहले ही सर्दी की गिरफ्त में आकर छोटे बच्चों को शारीरिक अस्वस्थता का सामना करने पर मजबूर होना पड़ता है। इसलिए तापमान में ज्यादा गिरावट का इंतजार करने के पहले ही प्रशासन को समय परिवर्तन की पहल कर देना चाहिए ताकि मासूमों को राहत मिल सके। उदाकिशुनगंज अनुमंडल में पिछले कुछ दिनों से शीतलहर और ठंड का असर देखने मिल रहा है।पिछले 24 घंटे के दौरान मैदानी इलाके में तापमान सीजन के सबसे कम स्तर पर पहुंच गया है। चिकित्सक ठंड से बचाव की सलाह दे रहे हैं।बढ़ती ठंड के बावजूद सुबह स्कूलों का समय नहीं बदला गया है।छोटे बच्चे ठिठुरन में स्कूल जाने के लिए मजबूर हैं।हालांकि, बहरहाल बढ़ती ठंड को लेकर अभिभावक स्कूलों के समय में परिवर्तन की मांग उठाने लगे है।

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