संसद ने लोकसभा में उठाया बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की समस्या,रिंग बांध,गोगरी तटबंध सुदृढ़ीकरण की मांग
नव96इंडिया,बिहार
संसद में शीतकालीन सत्र में आपदा प्रबंधन संशोधन विधेयक 2024 पर सांसद राजेश वर्मा ने सदन में कहा कि आपदा प्रबंधन संशोधन विधेयक 2024 लाने के लिए विशेष रूप से धन्यवाद देता हूँ।हम उस राज्य से आते हैं जिसका अधिकांश हिस्सा बाढ़ से प्रभावित हर वर्ष होता है।राजेश वर्मा ने सदन में कहा कि मैं उस लोकसभा क्षेत्र से आता हूं जहां के नागरिक एक-एक रुपया जमा कर अपना आशियाना बनाता है पर बाढ़ के समय तिनके की तरह सब बह जाता है।मैं अपने लोकसभा क्षेत्र के लोगों की वास्तविक पीड़ा बाढ़ के समय में महसूस किया है।कैसे छोटे-छोटे बच्चे अपने घर से बेघर होकर सड़क किनारे अपना जीवन व्यतीत करने को विवश रहते हैं।सांसद राजेश वर्मा ने कहा कि कैसे तिनके-तिनके को जमा कर आशियाना बनाया जाता है और एक ही झटके में उनके आंखों के सामने ही उनके आशियाना उजड़ जाता हैं।संसद ने आगे कहा कि बाढ़ का स्थाई समाधान जरूरी है।उनके दिशा में प्रयास करने के लिए उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह,गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय का आभार व्यक्त किया। वही सदन को अवगत कराते हुए कहा कि सरकार का ध्यान आकृष्ट करना चाहता हूं कि बाढ़ से निपटने के लिए एक दीर्घकालिक योजना बनाया जाए।स्थानीय समुदाय को आपदा से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया जाए।रिवर लिकिंग योजना पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए।जिससे बाढ़ से कुछ हद तक निजात मिल सके। साथ ही साथ कटाव बहुत बड़ी समस्या है।हमारे लोकसभा क्षेत्र की जिस पर सरकार प्रतिवर्ष हजारों करोड़ों रुपए खर्च करती है परंतु अस्थाई समाधान नहीं हो पता है।कटाव को लेकर सरकार को सथाई समाधान को लेकर एक सकारात्मक प्रयास करना जरूरी है।क्योंकि आपदा में कुछ पदाधिकारी अवसर ढूंढने में लगे रहते हैं।जिससे धरातल पर सुचारू रूप से कार्य नहीं हो पता है।उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि ऐसे पदाधिकारी जो आपदा में अवसर ढूंढने का काम करते हैं वैसे पदाधिकारी पर सख्त कार्रवाई किया जाए। हमारे लोकसभा क्षेत्र के 6 विधानसभा जो बाढ़ प्रभावित पूर्ण तथा आंशिक रूप से रहता है। जिसमें परबत्ता, सिमरी बख्तियारपुर,बेलदौर,अलौली,खगड़िया जो पूर्ण रूप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र इस वर्ष हो चुका था।वही आपदा प्रबंधन के तहत हम अपने लोकसभा क्षेत्र के गोगरी नारायणपुर तटबंध जो 51 किलोमीटर का है।जिसके लिए वर्षों से सुदृढ़ीकरण की मांग किया जा रहा है।बाढ़ के समय में जगह-जगह जर्जर हो जाता है। नए सिरे से निर्माण कार्य हो जाने से लाखों लोगों को इसका फायदा मिलेगा।वहीं लोकसभा क्षेत्र के नयागांव के वीरपुर टोला से मुरादपुर ,विष्णुपुर,माधवपुर होते हुए अलौली, गोगरी तक रिंग बांध का निर्माण का मांग रखा गया है।लोकसभा क्षेत्र के सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा के पूर्वी कोसी तथा पश्चिमी कोसी तटबंध जिसकी दूरी 40-125 किमी है।यह परियोजना वर्षों से लंबित है।बिहार यदि पिछड़ापन से जूझ रहा है तो उसका सबसे बड़ा कारण बढ़ और आपदा है।