उदाकिशुनगंज आदर्श थाना परिसर में सड़ रही सैकड़ों जब्त गाड़ियां
:-वर्षों से तेज धूप और बरसात की मार झेल रहे अधिकांश वाहन सड़ चुके हैं
न्यूज़96इंडिया,बिहार-कोनन बसीर
मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज थाना में जब्त मोटरसाइकिल एवं अन्य वाहन नीलामी के अभाव में सड़ रहे है। जिनपर अब तो मिट्टी एवं घास भी जमने लगा है। वाहनों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है जो थाना परिसर में ही खड़ा किया जाता है।लेकिन रख रखाव के अभाव में थाना परिसर में वाहन सड़ रहे हैं।जाहिर है कि ऐसे वाहन पूरी तरह असुरक्षित होते हैं। सैकड़ों ऐसे वाहन हैं जो वाहन मालिक के इंतजार में अब कबाड़ के लायक भी नहीं रह गए हैं।लावारिश वाहनों को एक निश्चित समय सीमा के बाद नीलाम करने का प्रावधान रहा है।लेकिन नीलामी नहीं होने की वजह से थाना में रखा वाहन कबाड़खाने में तब्दील हो रहा है।वही कुछ लोग तो न्यायालय के आदेश से अपना वाहन वापस ले जाते हैं।लेकिन बेनामी और लावारिस वाहन जंग खाने के लिए खड़े रह जाते हैं। थाना परिसर में जब्त वाहनों की संख्या काफी अधिक हो गई है। दर्जनों गाड़ियां ऐसी हैं जो 20 से 25 वर्षो से थाना परिसर में पड़ी हुई हैं।इसके चलते वाहनों के इर्द गिर्द पेड़-पौधे उग आए हैं और वह भी झाड़ियों के कब्जे में है।थानों में खुले आसमान के नीचे रखे रहने से धूप बरसात के कारण वाहन खराब हो ही रहा है।साथ ही थाना में वाहन खड़े जगहों पर जंगली घास उग आने से जंगल सा दिखने लगा है।थानों में सड़ने वाले वाहनों में दो पहिया वाहनों की संख्या अधिक है।वर्षों से तेज धूप और बरसात की मार झेल रहे अधिकांश वाहन सड़ चुके हैं।जिन्हें कौड़ी के मोल भी नहीं बेचा जा सकता है।
थाने में बर्बाद हो रहे वाहन :-
अनुमंडल के विभिन्न थानों में पुलिस द्वारा अभियान चलाकर वाहनों को पकड़ा जाता है।जिससे लगातार संख्या में इजाफा होते जा रहा है।वाहनों की बढ़ती संख्या के कारण थाना पूर्ण रूप से कबाड़ खाना की शक्ल ले चुका है।विषैले जीव जंतु निवास भी करने लगे हैं।मिली जानकारी के अनुसार अनुमंडल के विभिन्न थानों में लगभग पांच सौ से अधिक मोटरसाइकिल जब्त किये है जबकि इसके अलावा चार पहिया वाहन तो अलग है।वही हर थाने में दर्जनों मोटर साइकिल,कारें और ट्रक कोर्ट में चल रहे मामलों में फैसला आने का इंतजार कर रहे हैं।
क्षेत्र में रोजाना कई एक्सीडेंट होते रहते हैं :-
उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र में रोजाना कई एक्सीडेंट होते रहते हैं।जिसमें कई केस में तो ड्राइवर पब्लिक के गुस्से से बचने के लिए गाड़ी छोडक़र भाग जाते हैं।पुलिस के लफड़े से बचने के लिए ज्यादातर गाड़ी मालिक गाड़ी के लिए क्लेम नहीं करते हैं।सालों से थानों में खड़ी ऐसी गाड़ियों की भरमार है।
वाहन नीलाम नहीं होने के कारण सड़ रहे हैं :-
डीएसपी अविनाश कुमार ने कहा कि अनुमंडल क्षेत्र के सभी थानों में वाहनों की स्थिति यह है कि नीलाम नहीं होने के कारण खराब हो रहे हैं।नीलाम के लिए सभी संबंधित थाने के थानाध्यक्ष द्वारा जब्त की गई वाहनों के नीलम के लिए अनुशंसा की जानी चाहिए।जल्द ही इसके लिए सभी थानों में जब्त वाहनों की सूची बनाकर इसके नीलामी के लिए अनुशंसा की जाएगी।
कई चोरी तो कई अन्य मामलों में जब्त हैं गाड़ियां :-
जब्त वाहनों में कुछ चोरी की है तो कुछ दुर्घटना के अंजाम में जब्त किये हैं। कुछ ऐसे वाहन हैं जिसका अवैध सामानों की तस्करी में प्रयोग किया गया है।पुलिस ने उसे जब्त किया है।पुलिस द्वारा जब्त किये गये वाहनों को छुड़ाने के लिए होने वाली लम्बी चौड़ी प्रक्रिया से बचने के लिए लोग वाहनों को नहीं छुड़ाते हैं।क्योंकि ऐसे अधिकांश वाहन होते हैं जिनका न तो टैक्स जमा रहता है नहीं अन्य कागजात रहता है। जिसके कारण लोग लम्बी प्रकिया एवं अधिक खर्च लगने के कारण वाहन छुड़ाना मुनासिब नहीं समझते है।
कहते है थानाध्यक्ष :-
इस बाबत उदाकिशुनगंज थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने बताया कि निलामी की प्रक्रिया जिले से की जाती है।उसी के तहत वाहनों को निलाम कर उससे प्राप्त राजस्व सरकारी कोष में जमा होती है।जब तक जिले से निलामी की गजट प्रकाशित नहीं होगी।तब तक वाहन थाने में ही जब्त होकर पड़ा रहेगा।