मास्टर साहब का गजब कारनामा,यूपी में बैठे-बैठे बिहार में लगा रहे हाज़िरी,ऐप को भी डाल दिया धोखे में
:-फ्लाइट मोड में डालकर बनाई जा रही थी हाज़री
:-फ़ोटो से फ़ोटो खींचकर होती थी उपस्थिति दर्ज
न्यूज़96इंडिया,बिहार
जमुई जिले के डीपीओ स्थापना की एक जाँच ने शिक्षा विभाग के ऊपर बड़ा सवाल खड़ा कर सकता है।डीपीओ के रेंडम जाँच में एक बड़ा खुलासा भी हो सकता है।जानकारी के अनुसार डीपीओ के रेंडम जांच में धोखाधड़ी पकड़ी गई है।स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।एक विद्यालय में उत्तर प्रदेश से भी उपस्थिति दर्ज होने के का मामला संज्ञान में आया है। इसके लिए भी जांच की जा रही है।पकड़े जाने पर निलंबन समेत सख्त कार्रवाई की जा सकती है।बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश समेत कई अन्य जगहों से ही जमुई में स्थित स्कूलों में गुरुजी हाजिरी बना रहे हैं। इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन मामला पदाधिकारी के संज्ञान में भी है।मामले की जांच के साथ ऐसे शिक्षकों को पकड़ने की कवायद की जा रही है। पकड़े जाने पर निलंबन समेत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मास्टर साहब तो निकले मास्टरमाइंड:-
नाम नहीं बताने के शर्त पर कुछ शिक्षकों ने बताया कि मोबाइल को यदि फ्लाइट मोड में डाल कर हाज़िरी बनाई जाए तो कहीं से भी उपस्थिति दर्ज की जा सकती है।लोकेशन का पता नहीं चल पाता है।यह भी ज़रूरी नहीं है कि स्कूल के 500 मीटर के दायरे में रहा जाए।जमुई जिले के सोनो समेत अन्य प्रखंड में ऐसे शिक्षकों की संख्या काफी है।
फ़ोटो से फ़ोटो लेकर बनाई गई हाज़िरी:-
इधर, शिक्षा विभाग लगातार ई-शिक्षा कोष पर उपस्थिति बनाने में धोखाधड़ी पकड़ रहा है। फोटो से फोटो खींच कर, दूसरे शिक्षक का फोटो, विद्यालय को फोटो डालकर हाजरी बनाई गई है।
इन शिक्षकों के नाम आए सामने:-
शिक्षा विभाग की रैंडमली जांच में ऐसा मामला फिर उजागर हुआ है।सोनो प्रखंड के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय कर्माटांड से जुड़ा हुआ है। यहां के तीन शिक्षक-शिक्षकाओं से विभाग ने इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा है। इन शिक्षकों बबिता कुमारी, कृष्ण कन्हैया और मो मुख्तार आलम का नाम शामिल है। शिक्षा विभाग (स्थापना) के डीपीओ पारस कुमार ने बताया है कि विभाग ने ई-शिक्षा काेष पर शिक्षकों की उपस्थिति का रैंडम जांच किया।दस दिन की हाजरी की जांच की गई। इसमें उक्त स्कूल के तीनों शिक्षकों जालसाजी व धोखाधड़ी सामने आया है। इन्होंने फोटो से फोटो या फिर दूसरे शिक्षक का फोटो या बिना फोटो की स्कूल में आगमन व प्रस्थान किया है। डीपीओ ने सात दिसंबर एवं नौ दिसंबर 14 दिसंबर तथा 16 से 18 दिसंबर के तिथि विशेष का वेतन भुगतान पर रोक लगा दिया है।साथ ही 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है।
इन मामलों को देखते हुए यदि शिक्षा विभाग इसकी जाँच करती है तो यह आंकड़ा बड़ा हो सकता है।ई-शिक्षा कोष पर उपस्थिति बनाने में धोखाधड़ी हो रही है।
मामले में जमुई के डीपीओ स्थापना पारस कुमार ने बताया कि रेंडम जांच में धोखाधड़ी पकड़ी गई है। स्पष्टीकरण मांगा गया है। उत्तर प्रदेश से भी उपस्थिति दर्ज होने के का मामला संज्ञान में आया है। इसके लिए भी जांच की जा रही है। पकड़े जाने पर निलंबन समेत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
:-सूत्र