घटिया सड़क निर्माण कार्य से लोगों में आक्रोश,ग्रामीणों ने जमकर किया हंगामा

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घटिया सड़क निर्माण कार्य से लोगों में आक्रोश,ग्रामीणों ने जमकर किया हंगामा

:-ग्रामीणों की शिकायत पर जांच करने पहुंचे जेई ने बंद कराया काम

मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज प्रखंड क्षेत्र के मधुबन पंचायत अन्तर्गत उदा गाँव के समीप मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत एन एच 106 से उदा टोला तक 1 करोड़ 29 लाख 60 हजार 196 रुपए के लागत से 1.650 किलोमीटर लंबी बनने वाली सड़क निर्माण कार्य में हो रहे धांधली को लेकर ग्रामीणों ने जमकर बबाल काटा।ग्रामीणों ने कहा कि कार्य के संवेदक के द्वारा जमकर धांधली की जा रही है।गुणवत्ता विहीन सड़क निर्माण कार्य किया जा रहा है।घटिया कार्य को देखकर ग्रामीणों का आक्रोश भड़क उठा। मुखिया प्रतिनिधि प्रीतम मंडल के नेतृत्व में सैकड़ो ग्रामीण सड़क पर पहुंचकर जमकर हंगामा किया।स्थानीय ग्रामीण देवनारायण राम, गोपाल मेहता, विनय कुमार यादव, बालकृष्ण महतो, लालचंद सहनी, पप्पू यादव, इंदल महतो, शिवनंदन यादव, बिशु यादव, मोहन महतो, संतोष यादव, मटकी यादव, उमेश महतो आदि ने कहा कि ठेकेदार के द्वारा इस पीसीसी सड़क में मानक की अनदेखी की जा रही है। सबसे पहले सड़क की चौड़ाई कम है।18 फिट चौड़ाई में मिट्टी डालना था।जबकि मात्र 10 फीट चौड़े सड़क पर मिट्टी डाला गया है।12 फीट 4 इंच चौड़ा पौने इंच मोटी पिचिंग करनी है। जबकि मात्र 10 फीट चौड़ाई आधा इंच से भी काम मोटी पिचिंग की जा रही है। संवेदक के द्वारा ठीक ढंग से जेएसबी भी नहीं किया गया है।मिट्टी पर ही केमिकल डालकर पिचिंग किया जा रहा है। जबकि ठेकेदार को 8 इंच मोटी बालू और मेटल से जेएसबी और 3 इंच जी 3 करना था। जबकि मात्र 2 इंच मोटी जेएसबी किया गया है।वह बही मिट्टी में कहीं-कहीं गिट्टी मिलाकर किया जा रहा है।ग्रामीणों ने कहा कि पूर्व में किये गए पुलिया निर्माण को 6 माह भी नहीं हुआ है।वह क्रैक कर गया है।ठेकेदार की मनसा थी की हम एक ही दिन में सारे रोड का पिचिंग करके निकल जाएंगे। इसलिए उन्होंने दो दर्जन से अधिक ट्रैक्टर पर पिचिंग का सामान लेकर साइट पर आया था। गुणवत्ता विहीन कार्य को देखकर ग्रामीणों ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की। शिकायत पर कणीय अभियंता जयशंकर प्रसाद निर्माण कार्य स्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों के साथ जांच पड़ताल किया।पड़ताल में सभी कार्य घटिया पाया गया।उन्होंने तत्काल ठेकेदार को काम रोकने का आदेश दिया।ठेकेदार को कहा गया कि जब तक जेएसबी और मिट्टी का कार्य दुरुस्त नहीं किया जाएगा तब तक पीचिंग का कार्य नहीं करना है।जैसे ही कनिय अभियंता जयशंकर प्रसाद निर्माण कार्य स्थल से वापस लौटे और ग्रामीण भी वहां से चले गए। उसके बाद संवेदक ने फिर से घटिया निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया।इसके बाद ग्रामीण उग्र हो गए ग्रामीण फिर से निर्माण कार्य स्थल पर पहुंचकर काफी हो हंगामा किया।इस दौरान ठेकेदार के साथ बहस भी हो गई।इसके बाद निर्माण कार्य स्थल पर एग्जीक्यूटिव इंजीनियर प्रवीण कुमार पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों को समझा बूझकर कहा कि गिट्टी में अलकतरा मिली हुई है और कई ट्रैक्टर पर लोड है।वह खराब हो जाएगा।इसलिए जहां पर मिट्टी और जेएसबी का काम ठीक है वहां पर पिचिंग करने दिया जाए।इसके बाद जहां पर सड़क एस्टीमेट के मुताबिक चौड़ा था वहां पर निर्माण कार्य प्रारंभ कराया गया।

निर्माण अवधि समाप्त होने के बाद भी नहीं बन पाई सड़क :-

ज्ञात हो कि यह सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ की तिथि 20 सितंबर 2024 था।कार्य पूर्ण होने की अंतिम तिथि 19 सितंबर 2022 था।आज तक सड़क निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो सका है।करीब 3 माह पुर्व निर्माण कार्य की समय सीमा समाप्त हो गई है।बावजूद अभी तक सड़क अधूरा है।मंद गति से चल रहे निर्माण कार्य में जमकर लूट हो रही है।वही इस सड़क निर्माण की प्राक्कलित राशि 01 करोड़ 29 लाख 60 हजार 1 सौ 96 रुपए है। मुखिया प्रतिनिधि प्रीतम मंडल एवम अन्य ग्रामीणों ने कहा कि विभाग के उदासीन रैवये के कारण घटिया सड़क निर्माण कार्य किया जा रहा है।टोले में पीसीसी सड़क निर्माण में गुणवतापूर्ण कार्य नहीं होने से सड़क के जल्द टूटने की संभावना है।इस कार्य में प्राक्कलन अनुसार काम नहीं किया जा रहा है। अगर निर्माण कार्य में सुधार नहीं की जाएगी तो ग्रामीण आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

जेई जयशंकर प्रसाद ने कहा कि निर्माण कार्य में काफी गड़बड़ियां सामने आई है।हमने संवेदक से कहा है निर्माण कार्य को में सुधार लाया जाए।जहां भी गड़बड़ी है उसको ठीक कर काम को आगे बढ़ाया जाए।तत्काल हमने काम पर रोक लगा दी है।

एग्जीक्यूटिव इंजीनियर प्रवीण कुमार सिंह ने कहा कि ग्रामीणों की शिकायत पर हमने स्वयं निर्माण कार्य स्थल पर पहुंचकर निर्माण कार्य का जायजा लिया।ठेकेदार को स्पष्ट निर्देश दिया है जितना मटेरियल साइट पर आया हुआ है। उसको जहां पर जेएसबी का काम ठीक है और जहां सड़क प्राक्कलन के अनुसार चौड़ा है।वहां पर उसे लगाया जाए बाकी का काम बंद रहेगा और पूरी जांच पड़ताल के साथ निर्माण कार्य में सुधार लाने पर ही निर्माण कार्य किया जाएगा।लापरवाही बरतने पर ठेकेदार पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

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