दस माह बीत जाने के बाद भी नहीं शुरू हुआ पुल निर्माण कार्य,डहरा धार में दो करोड़ की लागत से बनना है पुल
:-कार्य स्थल पर लगा बोर्ड लोगों को चिढ़ा रहा मुंह
:-पुराने पुल की जर्जरता हादसे की ओर कर रहा इशारा
न्यूज़96इंडिया,बिहार
हाल की महीनों में पुल को लेकर सरकार की काफी किरकरी हुईं। कही निर्माणधीन तो कहीं नव निर्मित पुल धाराशाई हो गई। उसके बाद सरकार ने व्यापक स्तर पर हर विभाग से पुल को लेकर रिपोर्ट मंगवाई। जांच के बाद सरकार को पुल की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त हुआ। उसके बाद पुल को लेकर सजग हुई। यधपि जर्जर पुल को लेकर व्यवस्था अब भी गंभीर नहीं है।
वजह कि मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज प्रखंड के छर्रापट्टी गांव के समीप डहरा धार का पुल काफी पुराना है। पुल की जर्जरता बड़े हादसे का गवाह बन सकता है। यह पुल उदाकिशुनगंज पश्चिमी क्षेत्र के लोगों के लिए लाइफ लाइन माना जाता है। पुल प्रखंड क्षेत्र के अलावा खगड़िया जिले को भी जोड़ती है। हालांकि पुल निर्माण का कार्यादेश भी जारी हुआ। पीएमजेएसवाई योजना अंतर्गत पुल का निर्माण होना है। इसके लिए ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। योजना का टेंडर भी हो गया। कार्यस्थल पर प्राक्कलन से संबंधित बोर्ड भी लगा हुआ। कार्य प्रारंभ की तिथि पांच फरवरी 2024 और कार्य समाप्ति की तिथि चार फरवरी 2025 है। यूं कहें कि कार्य प्रारंभ हुआ होता तो यह पुल फरवरी 2025 में बनकर तैयार हो जाता है ।
लेकिन विभागीय अधिकारी के मिलि भगत से संवेदक ने अब तक कार्य आरंभ नहीं किया है। जबकि कार्य प्रारंभ की तिथि को दस माह होना बीत गया है। इसमें विभाग और संवेदक की साफ मिलि भगत दिख रहा है। लोग पुल नहीं बनने से तरह तरह सवाल उठा रहे हैं। लोगों के मन में है कि विभाग ने राशि उठाव कर लिया है।
कहीं कागज पर ही पुल निर्माण करके न छोड़ दें। इसमें योजना का नाम भवानंदपुर छर्रापट्टी पुल दिया गया है। जिसमें पांच वर्ष तक मेंटेनेंस कार्य भी शामिल हैं। करीब दो करोड़ एक लाख दो सौ छियासी रूपया की लागत से पुल का निर्माण होना है।
संवेदक द्वारा दस माह बीत जाने के बाद भी कार्य शुरू नहीं किए जाने से लोगों में आक्रोश है।