धान और मक्के की परंपरागत खेती छोड़कर सब्जी उगाकर समृद्ध बन रहे है सब्जी किसान

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धान और मक्के की परंपरागत खेती छोड़कर सब्जी उगाकर समृद्ध बन रहे है सब्जी किसान

:-मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र के किसान धान और मक्के की परंपरागत खेती छोड़कर सब्जी की खेती की ओर ध्यान दे रहे हैं।जिससे किसान समृद्ध हो रहे रहे हैं।

न्यूज़96इंडिया,कोनन बसीर,मधेपुरा

मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र में खेत में लहराती सब्जी की खेती दर्जनों परिवारों के लिए खुशहाल जीवन का मजबूत आधार बन गई है।कभी आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसान अब सब्जियों से प्राप्त आमदनी के सहारे उन्नत एवं खुशहाल जीवन गुजार रहे हैं।

ज्ञात हो कि क्षेत्र के किसान धान और मक्के की परंपरागत खेती की बढ़ती लागत और घटते लाभ की वजह से इसकी खेती से मुंह मोड़ रहे हैं।विभिन्न प्रकार के सब्जी की खेती में अधिक मुनाफा देख अनुमंडल क्षेत्र के किसानों का रुझान इस ओर तेजी से होने लगा है।

किसानों का कहना है की यहां सब्जी की खेती के भंडारण की व्यवस्था हो जाए तो और अधिक लाभ कमाया जा सकता है।मालूम हो कि उदाकिशुनगंज प्रखंड क्षेत्र में सब्जी की खेती किसानों के लिए समृद्धि का द्वार खोल रही है।

प्रखंड क्षेत्र में सब्जी की खेती का रकबा दिनानुदिन बढ़ती जा रही है।सब्जी की खेती को लेकर विभागीय स्तर से किसानों को समय-समय पर प्रशिक्षित भी किया जा रहा है।

फायदा होने से किसानों का बढ़ रहा रूझान :-

सब्जी की खेती पर अनुदान सहित अन्य योजना का लाभ मिलने से प्रखंड क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सब्जी की खेती की जाने लगी है।

प्रखंड क्षेत्र के मंजौरा,जोतैली, डेहरू रामपुर,
गोरियारी,सिंगारपुर,बैरागी टोला सहित अन्य क्षेत्रों के किसान बड़े पैमाने पर गोभी, भिंडी,परवल, करेला, टमाटर,मिर्च, बैगन, झींग, कडू, कदीमा,हरी साग आदि सब्जियां उगाकर अच्छा लाभ कमा रहे हैं।

यही कारण है कि धान व मक्के की परंपरागत खेती करने वाले किसान भी अब सब्जी की खेती की ओर अपना रूख करने लगे हैं।

सब्जी की खेती से प्रतिदिन हो रही आमदनी :-

मंजौरा पंचायत व जौतैली पंचायत के दर्जनों सब्जी उत्पादक किसानों ने बताया कि बैगन, भिंडी सहित अन्य सब्जी की खेती से बेहतर मुनाफा हो रहा है।

प्रतिदिन 500 से 1000 रुपए तक की सब्जी आसानी के साथ स्थानीय बाजार में बिक जाती है।भंडारण की व्यवस्था नहीं होने से इसे अधिक समय तक रख पाना संभव नहीं हो पाता है।

सब्जियों की बड़ी मंडी मेंं मांग :-

इन गांवों से उत्पादित सब्जी भागलपुर सब्जी मंडी व सहरसा सब्जी मंडी समेत दूसरे जिलों में बेची जाती है।

इस गांव की सब्जी की खेती देखने के लिए बाहर से भी लोग आते हैं। यही नहीं इन किसानों को देखकर दूसरे गांव के लोग भी सब्जी की खेती करने लगे हैं।सब्जी की खेती करने वाले गोरियारी के किसान लड्डू मंडल,बताते हैं कि बिना सरकारी सहायता के यहां के किसान कड़ी मेहनत करके सब्जी की फसल का उत्पादन कर अच्छी आमदनी कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से सब्जी की फसल की खेती के लिए किसानों को बढ़ावा देने से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी एवं किसान अधिक खुशहाल होंगे।

कहते है पदाधिकारी :-

इस बाबत प्रखंड कृषि पदाधिकारी कहते हैं कि अब किसान नई तकनीक से सब्जी की खेती करने लगे हैं।कृषि विभाग द्वारा भी किसानों को बीज सहित सब्जी का पौधा उपलब्ध कराने की योजना में जुटी है।

सब्जी की खेती के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत सरकार द्वारा ड्रिप एवं स्प्रिंकलर सिंचाई के लिए 80 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है।इच्छुक किसान योजना का लाभ लेने के लिए आनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

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