
टीकाकरण के बाद बेहोश हुई छात्रा का ब्लेड से कटा मिला हाथ,कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका की व्यवस्था पर उठ रहे सवाल
न्यूज़96इंडिया, मधेपुरा
मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज अनुमंडल मुख्यालय स्थित आवासीय कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल उठ खड़ा हुआ है. शनिवार की देर शाम बेहोशी की हालत में एक 12 वर्षीय छात्रा को आनन-फानन में पीएचसी में भर्ती कराया गया. जहां छात्रा का दोनों हाथ ब्लेड से कटा मिला. छात्रा ने हाथों पर कई जगह ब्लेड से उकेर कर खुद को जख्मी कर लिया. छात्रा ने खुद को क्यों जख्मी किया. इसका स्पष्ट जबाब देने से कतराते रहे. मामला पुलिस तक पहुंचा.
इस मामले में पुलिस और विधालय के वार्डन का पक्ष सामने आया है. वार्डन प्रतिमा कुमारी का कहना है कि कोई खास बात नहीं है. आपस में बच्चे गुलदस्ता बनाती है. उसी दौरान ब्लेड से कट गया.
मामले को लेकर थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह का कहना है कि पूछताछ में छात्रा ने फूल काटने के दौरान ज़ख्म होने की बात बताई.
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. अंकित सौरभ का कहना है कि बेहोशी की सूचना पर मेडिकल टीम कस्तूरबा विद्यालय पहुंचे. जहां बेहोश छात्रा को अस्पताल लाया गया. ब्लेड से हाथ कटने के कारण छात्र बेहोश हुई. मामला सामने आने पर लोग कस्तूरबा विद्यालय की व्यवस्था पर सवाल उठाने लगें हैं.
युवा समाजसेवी नीतीश राणा और रवि राय का कहना है कि विद्यालय संचालक की लापरवाही झलक रही है. असल वाक्या को छुपाया जा रहा है. पूरे प्रकरण की जांच होनी चाहिए. इससे पूर्व में भी व्यवस्था को लेकर सवाल उठा. लेकिन मामले की लीपापोती कर दिया गया. अब सवाल उठता है कि विधालय के अंदर छात्रा ने ब्लेड से हाथ काटकर खुद को क्यों जख्मी किया. इसके की वजह हो सकतें. जो छात्रा भय के कारण खुलासा करना से परहेज़ कर रही है.
घटनाक्रम सामने आने पर शनिवार की देर शाम प्रशासनिक हलकों में खलबली मच गई. विधालय से लेकर अस्पताल परिसर तक में अफरातफरी माहौल बना रहा. हर तरफ से मामला पर पर्दा डालने की कोशिश होती रही. दरअसल मामला टीकाकरण को लेकर उठा.
जानकारी के अनुसार राज्य स्वास्थ्य समिति पटना द्वारा सूबे में चलाए जा रहे ह्यूमन पेपीलिमा वायरस (एचपीवी) से बचाव को लेकर शनिवार को आवासीय कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में छात्राओं के बीच टीकाकरण अभियान चलाया गया. जिसमें स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा.अंकित सौरभ के नेतृत्व में बीएचएम अनिश कुमार, बीएमसी प्रेमशंकर सिंह,डीईओ रंजेश कुमार,बीभीडीएस अमित प्रकाश, एएनएम शोभा कुमारी, करुणा सिंहा ने द्वारा विद्यालय के 40 छात्राओं को कैंसर से बचाव को टीकाकरण किया गया. उसके कुछ घंटे बाद पीएचसी प्रभारी को एक छात्रा के बेहोश होने की सूचना मिली. चिकित्सा पदाधिकारी मेडिकल टीम के साथ कस्तूरबा विद्यालय पहुंचे. जहां बेहोश छात्रा को पीएचसी लाया गया. इलाज के दौरान चिकित्सक ने छात्रा मौसम कुमारी के दोनों हाथ में ब्लेड से कटा जख्म पाया. तब यह साफ हुआ कि टीकाकरण के कारण छात्रा बेहोश नहीं हुई. बल्कि ब्लेड से हाथ कटने के कारण छात्रा बोहोश हुआ. मामला को गंभीर होता देख चिकित्सक ने इस बात की जानकारी पुलिस को दी. जहां मौके पर पुलिस पहुंचे. तभी लोग तरह तरह का कयास लगाते हुए छात्रा की प्रिगेंसी जांच का दबाव बनाने लगे. हालांकि जांच में प्रिगेंसी जांच निगेटिव होने की बात बताया गया. लेकिन सवाल तेरता रहा.