बिरेली निवासी सेना के जवान की दिल्ली में संदेहास्पद स्थिति में मौत,परिजन ने पत्नी पर लगाया आरोप
न्यूज़96इंडिया, मधेपुरा
मधेपुरा जिला अंतर्गत भर्राही थाना क्षेत्र के बिरेली बजार के वार्ड नंबर पांच निवासी सेना के जवान दीपक शर्मा की दिल्ली में संदेहास्पद परिस्थिति में मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार सेना के जवान दीपक शर्मा की डेड बॉडी जैसे ही शुक्रवार को गांव पहुंचा परिजनों में कोहराम मच गया.अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में आसपास के गांव रायभीर बसंतपुर, दमगाड़ा जिरवा मधेली, चौड़ा, बरोमतर, महेशुआ, ईटहरी, चौसार, पटोरी, एवं जैसे ही लोगों को जानकारी प्राप्त होता गया अन्य गांवों से भी ग्रामीण की भीड़ जुट गई, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है की सेना के जवान दीपक शर्मा जो की जम्मू के लेह-लद्दाख में पोस्टेड थे, उनके अंतिम संस्कार में स्थानीय जनप्रतिनिधि के शिवाए कोई भी नहीं पहुंचे, लोगों ने खेद जताया की एक सेना के मौत पर उनके अंतिम संस्कार में क्षत्रिय विधायक सदर मधेपुरा एवं अन्य कोई भी नहीं शामिल हुए. यहां तक की घटना के तीन रोज बीत जाने के बाद भी उनके परिजनों से अभी तक मिलने की बात तो दूर किसी भी तरह से उनके सम्मान में सांत्वना तक नहीं दिए हैं.स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताते हुए कहा की चुनाव से पहले नेताओं को आना जाना शुरू से लगा रहता हैं, वहीं चुनाव जीत जाने के बाद मुलाकात करने की बात तो दूर किसी अन्य व्यक्ति के निधन की खबर लेने की लिए मुनासिब नहीं समझते हैं,अफसोस इस बात की है आज हमारे समाज से एक ऐसे वीर सपूत दुनिया को अलविदा कह चले गए हैं, उनकी मौत भले ही साजिश की तरह हो या अन्य किसी मैटर के लिया हुआ हो, ये माने नहीं रखता हैं.क्योंकि उस से पहले वह वीर सपूत बेटा दस वर्षों से मातृभूमि की रक्षा की सेवा की है, क्या उनके लिए विधायक हो या फिर सासंद उनके पास दो मिनट का समय नहीं था, उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए, कहीं ना कहीं यह एक बड़ा सवाल उठ रहा है, एक सेना के जवान के मौत पर कोई भी खेद व्यक्त नहीं किया है.लोगों ने ओर कहा की क्या वह छोटी जाती से विलोम करते हैं इसलिए अभी तक नहीं पहुंचे? प्राप्त जानकारी के मुताबिक दीपक शर्मा जम्मू के लेह-लद्दाख में पोस्टेड थे और फिलहाल 15 दिन की छुट्टी पर दिल्ली स्थित अपने आवास पर आए थे. वह अपनी दो साल की बेटी का जन्मदिन मनाने घर लौटे थे। 14 जुलाई को उनकी बेटी का जन्मदिन था.
दीपक शर्मा के पिता सेना के जवान से रिटायर्ड फौजी नायक राम नारायण शर्मा ने बताया कि 15 जुलाई को उन्हें सूचना मिली कि दीपक की तबीयत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वह वेंटिलेटर पर है, हालांकि उन लोगों ने यह जानकारी नहीं दिखी की दीपक को क्या हुआ है। जब परिजन दिल्ली पहुंचे तो बेटे को मृत अवस्था में पाया.उनका आरोप है कि बहू नीतू शर्मा ने अपने मायके वालों के साथ मिलकर साजिश के तहत दीपक की हत्या कर दी. मृतक की शादी वर्ष 2022 में उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के केसरू खेड़ा निवासी प्रेमचंद शर्मा की बेटी नीतू शर्मा से हुई थी। दोनों की एक दो वर्षीय बेटी भी है। परिजनों ने दिल्ली पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने मामले में सहयोग नहीं किया. इस घटना के बाद गांव में मातम का माहौल है। परिजन न्याय की गुहार लगा रहे हैं और मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं.
साजिश के तहत हुई हत्या:-
सेना के जवान से रिटायर्ड फौजी नायक राम नारायण शर्मा के भाई महेशुआ बिरेली बजार के भूतपूर्व मुखिया प्रतिनिधि सेना के जवान दीपक शर्मा के चाचा देवनारायण शर्मा ने कहा कि दीपक की पत्नी पहले भी उनके साथ झगड़ा करती थी। इसकी जानकारी दीपक ने कई बार अपने घर पर भी दी थी, लेकिन हम लोग पारिवारिक विवाद समझकर इसको ज्यादा तूल नहीं दिए। जिसका परिणाम है कि आज मेरा भतीजा नहीं रहा उन्होंने आरोप लगाया की साजिश के तहत उसकी हत्या की गई है। अब देखन बाकी रहेगा की क्या बिहार सरकार की पुलिस प्रशासन अधिकारी व बिहार सरकार इकलौता पुत्र का इंसाफ दिलाने में रिटायर्ड फौजी पिता नायक राम नारायण शर्मा के कहां तक मदद करती है?