फर्जी तरीके से हाजिरी बनाकर मध्याह्न भोजन की राशि गटकने का आरोप,होगी कार्यवाही
:-म०वि० गोविन्दपुर के प्रधानाध्यापक पर शिक्षा विभाग करेंगे कार्रवाई
न्यूज़96इंडिया,बिहार
खगड़िया जिले के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय गोविंदपुर के प्रधानाध्यापक पर जल्द ही शिक्षा विभाग के द्वारा बड़ी करवाई की जायेगी।इस संबंध में स्थापना शाखा के डीपीओ निशित परिणित ने जानकारी देते हुए कहा की निरीक्षण के दौरान कई खामियां सामने आया। साथ ही विद्यालय संचालन में गंभीर लापरवाही बरती जा रही थी। प्रधानाध्यापक से इसे लेकर स्पष्टिकरण पूछा गया और अब उनपर करवाई की जायेगी।बता दें की उक्त प्रधानाध्यापक पर नियमों को ताक पर रखकर विद्यालय का संचालन करने एवं फर्जी तरीके से छात्र-छात्राओं की अपस्थिति दर्ज करते हुए मध्यान भोजन योजना का चावल एवं राशि गबन करने का आरोप है।खुद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने जांच के क्रम में कई विसंगतियों का उजागर करते हुए उनसे स्पष्टिकरण पुछा था लेकिन संबंधित पदाधिकारी सेवानिवृत्त हो गए।हालांकि अब स्थापना शाखा के डीपीओ ने कार्यवाही की बात करते हुए कहा कि विद्यालय संचालन में कोताही कतई बर्दाश्त नहीं कि जाएगी।
क्या था मामला:-
सेवानिवृत बीईओ अरविंद कुमार ने दिनाक 26 नवंबर 2024 को दोपहर 12:56 बजे मध्य विद्यालय गोविंदपुर का निरीक्षण किया था इस दौरान प्रधानाध्यापक सीताराम सिंह एवं शिक्षक पियूष रंजन विद्यालय में उपस्थित थे। जबकि अन्य शिक्षक गायब थे और मौजूट प्रथानाध्यापक के द्वारा बताया गया कि एक शिक्षक निर्वाचन कार्य में जबकि एक शिक्षक काउंसलिंग में गए है।निरीक्षण के क्रम में बीईओ को प्रधानाध्यापक ने किसी प्रकार का अभिलेख जैसे शिक्षक अभिभावक पंजी विद्यालय शिक्षा समिति बैठक पंजी मध्यान भोजन संचालन पंजी रोकड़ पंजी एवं अन्य अभिलेख पदाधिकारी के समक्ष उपलब्ध नहीं कराया गया। वहीं बच्चों की उपस्थिति पंजी निरीक्षण के क्रम में कुल नामांकित की संख्या 123 था।जबकि 82 छात्र-छात्रा को उपस्थित अंकित किया गया था,लेकिन उस वक्त विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति शून्य थी। वहीं मध्यान भोजन संचालित नहीं हो रहा वा। मौजूद रसोईया से पूछताछ के दौरान पता चला कि महीने में चार दिन ही मध्यान भोजन का संचालन होता है। वह भी लकड़ी के चूल्हे पर पदाधिकारी ने जब परिसर में खेल रहे कुछ बच्चों से मध्यान्ह भोजन के संबंध में पूछा तो बच्चों ने कहा कि महीने में एकाध बार ही उन्हें भोजन दिया जाता है।