मच्छरों के बढ़ते प्रकोप से लोग परेशान, बीमारियों का बढ़ा खतरा
:-मच्छरों के सफाये के लिए नियमित डीडीटी पाउडर छिड़काव कराए जाने की मांग
न्यूज़96इंडिया,मधेपुरा,कोनैन बसीर
मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज अनुमंडल मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्र में मच्छरों के बढ़ते प्रकोप से लोग परेशान हैं।मच्छरों ने लोगों को जीना मुहाल कर रखा है. वहीं दूसरी संबंधित विभाग द्वारा प्रशासनिक स्तर से मच्छर भगाने की दिशा में कुछ भी पहल नहीं किए जाने से स्थिति गंभीर बनी हुई है।दिनों दिन मच्छरों का प्रकोप और बढ़ता जा रहा है. मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया जैसी गंभीर बीमारियां होने के भय से लोग सहमे हुए हैं।
ग्रामीण महेंद्र सिंह,राजेश मंडल,सरोज कुमार,विनोद शर्मा,मो. अब्दुल गनी आदि ने मच्छरों के बढ़ते प्रकोप की रोकथाम के लिये विभिन्न क्षेत्रों में फॉगिंग कराने की मांग की है।लोगों ने कहा कि नालियों व गंदे स्थानों में पनपने वाले मच्छरों को रोकने के लिए डीडीटी एवं दवा का छिड़काव कराया जाता था जो अब नहीं हो पा रहा है।लोग मच्छर और गंदगी के कारण कई तरह के बीमारियों के शिकार हो रहे हैं।
मच्छरों की संख्या में बढ़ोतरी होने से लोग रात में सुकून की नींद नहीं सो पा रहे हैं। मच्छरों के सफाये के लिए नियमित डीडीटी पाउडर छिड़काव कराए जाने की मांग संबंधित प्रशासन से की है।जिससे मच्छरों के लार्वा पनपने न पाएं।
उदाकिशुनगंज नगर परिषद के लोगों ने कहा :-
रणधीर कुमार कहते हैं कि बढ़ते मच्छरों के प्रकोप से बचाव के लिए गंदगी को दूर भगाना होगा। नियमित रूप से साफ-सफाई करते रहना चाहिए. मंटू कुमार ने नगर परिषद प्रशासन से नियमित रूप से विभिन्न वार्डों में पसरे गंदगी व कूड़े-कचरे निरंतर साफ-सफाई करवाने की मांग की है ताकि मच्छरों के बढ़ते प्रकोप से बचाव हो सके।
मो. अहमद ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि नगर परिषद के विभिन्न वार्ड में आये दिन गंदगी पसरा रहता है. जिससे मच्छरों की संख्या में इजाफा हुआ है।उन्होंने
स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिये गंदगी को दूर व नियमित रूप से फॉगिंग करने की मांग नप प्रशासन से की है। अवधेश कुमार ने नप कर्मियों से मांग की कि कूड़े-कचरे व गंदे स्थानों पर दवा व डीडीटी छिड़काव समेत नियमित रूप से फॉगिंग कराना आवश्यक है। तभी मच्छरों से फैलने वाली गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है।
ग्रामीण इलाकों में बढ़ा मच्छरों का प्रकोप :-
मौसम के करवट लेने की वजह से प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में मच्छरों के आतंक से हर कोई परेशान है।दुकानों में मिलने वाले क्वॉयल व इलेक्ट्रॉनिक लिक्विड भी इन मच्छरों पर बेअसर साबित हो रहा है।आलम यह है कि रात तो रात दिन में भी मच्छर एक जगह चैन से बैठने नहीं देते।संध्या होते ही मच्छरों की बढती संख्या से बैठना तो दूर रात्रि में सोना भी दुश्वार हो जाता है।
इधर सिंगारपुर,नवटोल,गोरियारी, खाड़ा बीड़ी रणपाल,मधुबन सहित आदि पंचायतों के ग्रामीण इलाकों में बसर कर रहे लोगों में मच्छरों से बीमारी फैलने की आशंका सताने लगी है।
कहते हैं चिकित्सक :-
चिकित्सक डॉ. रूपेश कुमार बताते हैं कि गर्मी के आगमन के साथ ही मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है।इसके प्रभाव को कम करने के लिए सर्वप्रथम लोग आस-पास मौजूद नाली में जमा पानी, कूड़ा-कचरों की नियमित साफ-सफाई करते रहें।उन्होंने बताया कि बाजार या दुकानों में मिलने वाले विभिन्न प्रकार के क्वायल या अन्य उत्पाद स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।इसके बजाय मच्छरदानी का प्रयोग करके ही बहुत हद तक मच्छरों से बचा जा सकता है।