स्वतंत्रता सेनानी सुखदेव बाबू की मनाई गई 21 वीं पुण्यतिथि, उनके प्रतिमा पर किया पुष्पांजलि अर्पित
न्यूज़96इंडिया, मधेपुरा
उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र के बिहारीगंज प्रखंड अंतर्गत गमैल पंचायत के पूर्व मुखिया व प्रखर स्वतंत्रता सेनानी सुखदेव प्रसाद सिंह जी की 21 वीं पुण्यतिथि मनाई गई जिसमें उपस्थित वक्ताओं ने देश की आजादी में उनके द्वारा किए गए कार्यों से युवा पीढ़ी को सीख लेने का आह्वान किया.

स्वतंत्रता सेनानी की पुत्री धर्मपरायण सरस्वती देवी की अध्यक्षता एवं योगेन्द्र नारायण सिंह के संचालन में आयोजित पुण्यतिथि कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने उनके प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पित किया.

वक्ताओं ने कहा कि इन स्वतंत्रता सेनानियों की ही देन है कि हम सब आज गुलामी की दास्तां से मुक्त होकर आजाद होने पर फक्र महसूस कर रहे हैं। इन स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करना हम सबों का परम कर्तव्य है. आम जनमानस में सुखदेव बाबू आज भी प्रासंगिक है.मुखिया रहते हुए उनके विकास कार्यों को आज भी लोग श्रद्धा से याद करते है,वो हमेशा ग़रीबों मजलूमों वंचितों के हक और अधिकार के लिए संघर्षरत रहे। आजादी के दौरान उनके सक्रिय आंदोलनों के देखते हुए तत्कालीन अंग्रेजी सरकार ने उनको पकड़ने के लिए उनपर इमाम की घोषणा की थी.

आजादी के 25 वें वर्ष सन 1972 ईस्वी को आजादी में उनके उल्लेखनीय कार्य के लिए उन्हें तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमति इंदिरा गांधी द्वारा ताम्र पत्र से सम्मानित किया गया जो कि इस क्षेत्र के लिए गौरव का विषय है.आजादी के बाद कांग्रेस के विभिन्न पदों पर रहकर वे समाज सेवा में अग्रणी भूमिका में रहे। जिला पंचायत परिषद के अध्यक्ष व
जिला कांग्रेस कमिटी सहरसा के महामंत्री के पद पर रहते हुए वो हमेशा समाज के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयासरत रहे.

उनके पुण्यतिथि के अवसर पर मानस प्रेमियों व ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा। पुत्री सरस्वती देवी द्वारा लोगों के बीच अंगवस्त्र व धार्मिक पुस्तकों का वितरण किया गया.गरीबों में वस्त्र एवं मिठाईयों का भी वितरण हुआ.

इस मौके पर बैद्यनाथ शरण सिंह, कामेश्वर सिंह, सुरेश साह, मणि प्र.सिंह, गणेशी मेहता, देवेश कुमार सिंह, रविन्द्र ना.सिंह उर्फ खोखा सिंह, उपमुखिया निरंजन सिंह, रामदेव कामती, मनोज सिंह, अनिल मिश्र, हर्षवर्धन कुमार, अजय सिंह तोमर, जगदीश मिश्र, सोनू सिंह, परमानंद झा, किशन मोहन, अनमोल सिंह, ब्रजकिशोर मिश्र, सेवानिवृत्त शिक्षक विजय प्र.सिंह, हेमंत सिंह, चलितर कामती, राजेंद्र प्र.यादव, अनिरुद्ध मेहता, कुन्दन सिंह कुलकुल, सीताराम मेहता, रुद्रप्रताप सिंह, सत्यदेव झा, शांतनु सहित अन्य गणमान्य व ग्रामीण उपस्थित थे.