आलमनगर और बिहारीगंज विधानसभा क्षेत्रों में 54 हजार से अधिक मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटे,आज लगेंगे विशेष कैंप
न्यूज़96इंडिया, विकास कुमार
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जिले में मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण कार्य पूरा हो गया है। इस पुनरीक्षण के बाद सामने आए आंकड़े चौंकाने वाले हैं.आलमनगर और बिहारीगंज विधानसभा क्षेत्रों में कुल 54 हजार से अधिक मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं.
पुनरीक्षण कार्य पूर्ण होने के बाद प्रशासन ने मतदाता सूची का अद्यतन आंकड़ा जारी किया है.अनुमंडल पदाधिकारी सह बिहारीगंज विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचन पदाधिकारी पंकज घोष ने बताया कि कई कारणों से मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए हैं.इनमें मृत पाए गए मतदाता, बीएलओ के सर्वे के दौरान अनुपस्थित पाए गए लोग, अन्यत्र शिफ्ट हुए मतदाता और जिनके नाम दो जगह दर्ज थे, शामिल हैं.
बिहारीगंज विधानसभा क्षेत्र में पहले 3 लाख 44 हजार 644 मतदाता थे. पुनरीक्षण के बाद अब यह संख्या घटकर 3 लाख 23 हजार 220 रह गई है। यहां कुल 21 हजार 424 मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए.इनमें मृत मतदाताओं की संख्या 7,820, अनुपस्थित 1,120, शिफ्ट हुए 10,462 और दोहरी प्रविष्टि वाले 2,019 मतदाता शामिल हैं. इस क्षेत्र में कुल 6.22 प्रतिशत मतदाताओं की छंटनी हुई है.
वहीं, आलमनगर विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 3 लाख 85 हजार 322 थी, जो घटकर अब 3 लाख 52 हजार 665 रह गई है.इस क्षेत्र में कुल 32 हजार 657 मतदाताओं के नाम हटाए गए हैंइ.नमें मृत मतदाता 9,964, अनुपस्थित 1,518, शिफ्ट हुए 17,383 और दोहरी प्रविष्टि वाले 3,792 मतदाता शामिल हैं. आलमनगर क्षेत्र में 8.48 प्रतिशत मतदाताओं की छंटनी हुई है.
बाइट/एसओटी (एसडीएम पंकज घोष):-
पुनरीक्षण के बाद कुछ मतदाताओं को प्रतिक्षा सूची में रखा गया है। ऐसे लोग जो अस्थायी रूप से बाहर गए हैं या विवाह के बाद महिला मतदाता दूसरे स्थान पर शिफ्ट हुई हैं, वे फार्म-6 भरकर नाम जुड़वा सकते हैं.1 अक्टूबर 2025 तक 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले नए मतदाता भी अपना नाम जोड़ सकते हैं.
प्रशासन की ओर से आज यानी शनिवार को जिले के सभी प्रखंड मुख्यालयों में विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं. इन शिविरों में मतदाता दावा-आपत्ति दर्ज करा सकते हैं, सुझाव दे सकते हैं और अपने नाम की स्थिति देख सकते हैं.बीएलओ को अद्यतन मतदाता सूची उपलब्ध करा दी गई है, जिससे लोग सीधे जाकर लिस्ट का अवलोकन कर सकते हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले यह पुनरीक्षण मतदाता सूची को साफ-सुथरा बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. प्रशासन ने मतदाताओं से अपील की है कि वे समय पर फार्म-6 भरकर अपना नाम जुड़वा लें, ताकि कोई भी योग्य मतदाता मतदान से वंचित न रहे.