3 करोड़ 90 लाख की लागत से बना लाइट ओवर ब्रिज, सांसद ने किया उदघाटन
एक अदद ओवरब्रिज के लिए 28 वर्षों से तरस रहे सहरसा शहर को अंततः एक लाइट ओवरब्रिज मिला. स्थानीय सांसद दिनेश चंद्र यादव ने रविवार को इस एलओबी का समारोह पूर्वक लोकार्पण किया. इस लाइट ओवरब्रिज के शुरू होने से रोज घंटों लगने वाले जाम से पैदल राहगीर और बाइक चालकों को राहत मिलेगी.
कई आंदोलनों के बाद भी बंगाली बाजार में आरओबी के नहीं बनने से शहर में जाम की समस्या गहराती चली गई. अंत में रेलवे ने शहर के गंगजला चौक के निकट समपार संख्या 32 पर लाइट ओवरब्रिज निर्माण की स्वीकृति दी. लगभग साढ़े चार करोड़ रुपए से बना यह लाइट ओवरब्रिज 216 मीटर लंबा और 10 फीट चौड़ा है. दोनों ओर के रैंप की लंबाई 90-90 मीटर और दोनों रैंप को जोड़ने वाले बीच की कड़ी 36 मीटर लंबी है. इस एलओबी के बनने से पैदल राहगीर और बाइक चालकों को पूरब से पश्चिम और पश्चिम से पूरब जाने में काफी सुविधा मिलेगी. उदघाटन के बाद सांसद ने कहा कि यह शुरुआत है. इससे लोगों को जाम से राहत मिलेगी. अभी शहर में कई ओवरब्रिजों का निर्माण होना है. बंगाली बाजार के ओवरब्रिज निर्माण में आ रही अड़चन दूर कर ली गई है. टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसका भी निर्माण शीघ्र शुरू होने की उम्मीद है.
विधायक आलोक रंजन ने कहा कि बंगाली बाजार आरओबी निर्माण के लिए फिर से निविदा निकाली गई है. यदि इस बार कोई संवेदक आगे आते है तो शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि शहर की जनसंख्या और सहरसा में ट्रेनों की संख्या काफी बढ़ गई है, जिस कारण बार -बार बैरियर गिराना पड़ता है और तुरंत ही जाम की समस्या सामने आ जाती है. इस लाइट ओवरब्रिज के बन जाने से पैदल राहगीर और बाइक चालकों को काफी राहत मिलेगी.लाइट ओवरब्रिज बन जाने से रोज घंटों जाम में फंसने वाले लोगों ने खुशी है. लोगों ने कहा कि हर 5 मिनट पर ढाला के गिरने से उन्हें हर बार आधे से एक घंटे तक जाम में फंसे रहना पड़ता था. एलओबी के बन जाने से उन्हें थोड़ी राहत जरूर मिलेगी.