गंगा में समाए मधेपुरा के दो युवक, तीन दिन बाद भी नहीं मिला सुराग,परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
मधेपुरा:सावन महीने की अंतिम सोमवारी को जल लेने गए मधेपुरा जिला के दो युवक गंगा की गर्जन में समा गए.तीन दिन बीत जाने के बावजूद अब तक उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया है. परिजनों की आंखें दरवाज़े पर टिकी हैं, लेकिन उम्मीद की किरण धुंधली होती जा रही है.पहली घटना मधेपुरा प्रखंड के मानिकपुर नहायलपट्टी वार्ड संख्या 7 की है। यहां 19 वर्षीय युवक अपने दोस्तों के साथ गंगा स्नान कर महादेव के लिए जल लेने गया था.
बताया जा रहा है कि गंगा में स्नान करने के लिए अंदर घुसा उसी समय उसका पैर फिसल गया और वह सीधे गहरे पानी में गिर गया। परिजन और स्थानीय गोताखोरों द्वारा लगातार खोजबीन जारी है, लेकिन अब तक शव का कोई पता नहीं चल पाया है. घर में मातमी सन्नाटा पसरा है और माता-पिता बेसुध हो चुके हैं.
वहीं दूसरी घटना गोलपाड़ा प्रखंड के खोसकी पंचायत अंतर्गत अमुना गांव वार्ड संख्या 13 की है, जहां 18 वर्षीय युवक भी सावन सोमवारी पर जलाभिषेक हेतु दोस्तों संग गंगा किनारे गया था.दुर्भाग्यवश उसका भी पेड़ फिसलकर गंगा में समा गया.
घटनास्थल पर स्थानीय प्रशासन की मौजूदगी रही, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद लापता युवकों का कोई पता नहीं चला है. दोनों घटनाओं ने इलाके को गहरे शोक में डुबो दिया है.परिजनों की चीख-पुकार और ग्रामीणों की व्याकुलता ने माहौल को गमगीन बना दिया है.लोगों ने प्रशासन से एनडीआरएफ टीम की त्वरित सहायता की मांग की है, ताकि लापता युवकों की तलाश और तेज़ की जा सके.
परिजनों ने प्रशासन से अपील की है कि एसडीआरएफ या एनडीआरएफ की मदद से शव की तलाश करवाई जाए ताकि वे कम से कम अपने बच्चों का अंतिम दर्शन कर सकें और हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार उनका अंतिम संस्कार किया जा सके.सवाल यह भी है हर वर्ष महादेव घाट पर घटना होती रहती है फिर भी पुलिस प्रशासन विभागीय अधिकारी कोई संज्ञान नहीं लेत हैं?
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