बिहार पुलिस का कारनामा:व्यवसायी से थानाध्यक्ष ने लुटे 32 लाख रुपये और आभूषण,एसपी ने किया गिरफ्तार
:-छपरा जिले के मकेर थानाध्यक्ष ने कोलकाता के व्यवसायी से 32 लाख रुपये और आभूषण लूट लिए।लूट के बाद एसपी ने थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया है।
न्यूज़96इंडिया,बिहार
बिहार के छपरा जिले में पुलिस ने ऐसा कारनामा किया कि पुलिस महकमा शर्मशार हो गया।पुलिस की वर्दी दागदार हो गई।खुद पुलिस रक्षक से भक्षक बन बैठी।पुलिस खुद लुटरी बन गई और जेल भी जाना पड़ गया है।मामले में छपरा एसपी ने कड़ा एक्शन लिया है।
दरअसल मामला छपरा जिले के मकेर का है।जहां वाहन चेंकिग के दौरान पुलिसकर्मियों ने व्यवसायी के 32 लाख रुपये और आभूषण लूट लिए।मामले में मकेर थानाध्यक्ष रवि रंजन को गिरफ्तार किया गया है।वहीं उनका ड्राइवर अनिल फरार बताया जा रहा है।आरोपी थानाध्यक्ष से पूछताछ की जा रही है।वहीं छपरा एसपी कुमार आशीष ने कड़ा एक्शन लेते हुए मकेर थानाध्यक्ष को गिरफ्तार किया है।गिरफ्तारी के साथ उन्हें निलंबित कर दिया है।आरोपी वाहन चालक फरार चल रहा है।
मामले में छपरा,सारण एसपी डॉ कुमार आशीष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि रोहन कुमार के साथ कुछ व्यवसायी आये थे।उन्होंने खबर दी कि मकेर रीवा घाट से एक किलोमीटर की दूरी पर इनलोगों की गाड़ी रोककर पुलिस गाड़ी में शामिल कुछ लोगों द्वारा हथियार का भय दिखाकर,गांजा,शराब रखने का भय दिखाकर उनके पैसे लूट लिए गए।इनलोगों के पास 64 लाख रुपये थे।जिसमें से 32 लाख रुपये ले लिए गए और 32 लाख का एक बैग इनको दे दिया गया।रुपये लेने के बाद व्यवसायी के साथ मारपीट भी किया गया।
पीड़ित व्यवसायी ने बताया कि जो लोग इनलोगों से हथियार का भय दिखाकर रुपये लिए हैं वो पुलिस की वर्दी में थे।जूते और ऊपर पहना हुआ जैकेट पुलिस जैसा था।गाड़ी भी पुलिस की हीं थी।प्रथम दृष्टया एसपी को लगा कि कहीं पुलिस के भेष में अपराधी तो नहीं हैं लेकिन छानबीन में वो पुलिस हीं निकले।
व्यवसायी रोहन कुमार छपरा रोजा के रहने वाले हैं।ये लोग अपनी जमीन बेचकर 64 लाख रुपये व्यापार के लिए ले जा रहे थे।
मकेर थानाध्यक्ष के मुताबिक पुलिस शराब ले जाने की सूचना प्राप्त हुई थी।मकेर थानाध्यक्ष ने गाड़ी रुकवाकर हथियार का भय दिखाकर व्यवसायी से रुपये लिए।व्यवसायियों का कहना है कि मकेर थानाध्यक्ष रविरंजन कुमार ने पहले हीं व्यवसायी का फोटो दिखाया और मारपीट किया।इस पर एसपी ने बताया कि इसमें लाइनर का भी काम किया गया है।थानाध्यक्ष क्राइम मीटिंग में भी नहीं आये थे।इस वजह से शक और गहरा हो गया था।
सूचना मिलते हीं तुरंत एसडीपीओ माधोरा नरेश पासवान के नेतृव में एक टीम का गठन किया गया।फ़ोटो और गाड़ी नंबर के आधार पर कार्यवाही की गई।पीड़ितों को जब फ़ोटो दिखाया गया तो पीड़ित व्यवसायी ने मकेर थानाध्यक्ष रवि रंजन कुमार और गाड़ी ड्राइवर सुनील कुमार सिंह की पहचान की गई।पहचान करने के पश्चात थानाध्यक्ष और ड्राइवर की खोजबीन की गई।
मकेर थानाध्यक्ष को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।पुछताछ के दौरान घटना का खुलासा हुआ।कुल 32 लाख रुपये होमगार्ड के ड्राइवर के रूम से बरामद किया गया।थानाध्यक्ष को गिरफ्तार किया गया।गृहचालक कि तलाश जारी है।घटना का खुलासा होने पर मकेर थानाध्यक्ष को निलंबित किया गया है।सुसंगत धाराओं में केस दर्ज किया गया है।थानाध्यक्ष को जेल भेजा जा रहा है।