BIHAR:स्वास्थ्य विभाग में 41 हजार 755 पदों पर शीघ्र बहाली :मंगल पांडे

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BIHAR:स्वास्थ्य विभाग में 41 हजार 755 पदों पर शीघ्र बहाली :मंगल पांडे

नव96इंडिया,बिहार

बिहार राज्य स्वास्थ्य विभाग में जल्द हज़ारों वेकेंसी निकाली जाएगी।जानकारी देते हुए बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की 41 हजार 755 रिक्तियों की अधियाचना पर शीघ्र बहाली की जायेगी। स्वास्थ्य विभाग के सभागार में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे की अध्यक्षता में विभाग की विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाओं और विषयों की प्रगति एवं क्रियान्वयन पर समीक्षा बैठक की गई। इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न पदों पर नियुक्तियों की अद्यतन स्थिति पर चर्चा की और जल्द से जल्द नियुक्तियों को पूरा करने का भी निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न प्रशाखाओं से संकलित की गई है। विभिन्न प्रशाखाओं के द्वारा भेजी गई अधियाचना की कुल संख्या 41 हजार 755 है। बिहार कर्मचारी चयन आयोग को कुल 69, बिहार लोक सेवा आयोग को 1943, बिहार तकनीकी सेवा आयोग को 36 हजार 186, बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद को 2537 अधिसूचना भेजी जा चुकी है। जिसकी नियक्ति प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने आयुष चिकित्सकों की लंबित वेतन भुगतान पर चर्चा की और इस मामले में तेजी लाने का अधिकारियों को निर्देश दिया। वहीं इस बैठक में 100 बेड वाले शिशु अस्पताल की संचीका को स्वीकृति प्रदान करने हेतु संलेख तैयार करने के प्रस्ताव पर भी विमर्श किया गया। साथ ही स्वास्थ्य मंत्री ने शहरी क्षेत्र के वंचित वर्ग के लिए एक प्रस्ताव लाने का निर्देश दिया। कहा कि शहरी क्षेत्र के स्लम एरिया में रहने वाली आबादी को चिकित्सीय सुविधा प्रदान करने में सहायता मिले। इस हेतु कार्ययोजना तैयार करें।

कहा कि पीएमसीएच के शताब्दी वर्ष कार्यक्रम पर भव्य आयोजन करने की योजना पर सहमति बनी है। इस आयोजन के लिए इस संस्थान से जुड़े विश्वभर में कार्यरत यहां के चिकित्सकों को न्योता भेजा जाएगा एवं उनकी खास मेजबानी विभाग की ओर से की जाएगी। वहीं ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट के जेनरेटर के चालन हेतु ईंधन की उपलब्धता में कमी न आए इस हेतु भी खास निर्देश दिए गए। राज्य भर में स्वास्थ्य केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे तथा डीवीआर को उन्नत करने की दिशा में भी कार्ययोजना बनाए गए। मंत्री ने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रबंधन संवर्ग के सुदृढ़ीकरण पर भी विचार-विमर्श किया गया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सभी योजनाओं और प्रस्तावों को शीघ्र कार्यान्वित करने का उचित निर्देश दिया। राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए विभाग निरंतर प्रयासरत है।समीक्षा बैठक में प्रत्यय अमृत, विकास आयुक्त सह अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग, संजय सिह, सचिव, स्वास्थ्य विभाग, सुहर्ष भगत, कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति, अमिताभ सिह, स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव के साथ स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

मिलावटी खाद्य पदार्थों की अत्याधुनिक तरीके से होगी जांच:-

बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने शनिवार को कहा कि अब पटना में मिलावटी खाद्य पदार्थों की अत्याधुनिक तरीके से जांच हो सकेगी। उन्होंने केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य के पहले संयुक्त खाद्य एवं औषधि प्रयोगशाला में माइ‌क्रोबायोलॉजी लैब और उच्चस्तरीय उपकरण अनुभाग का विधिवत शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में यह ऐतिहासिक कदम राज्य सरकार के उस संकल्प को साकार करता है, जिसमें बिहार के आम नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण, मानक स्तर के खाद्य एवं पेय पदार्थ उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के प्रयासों से यह राज्य का पहला और देश का 13वां लैब है।जिसमें 6 करोड़ की लागत से तीन उच्च कोटि के उपकरणों को लगाया गया है। जिनके अगले पांच वर्षों में रख रखाव और मानव बल पर 5 करोड़ खर्च होगा। यह पूरी योजना लगभग 19 करोड़ की लागत से शुरू की गई है। स्वस्थ आहार ही सुरक्षित जीवन का आधार है और इसी सोच के साथ राज्य सरकार खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रही है। संयुक्त खाद्य एवं औषधि प्रयोगशाला, अगमकुआं 1980 से खाद्य पदार्थों के रासायनिक परीक्षण में सक्रिय है।
अब माइक्रोबायोलॉजी लैब और आधुनिक उपकरणों के जुड़ने से यह प्रयोगशाला विश्वस्तरीय बन गई है। यह राज्य की एकमात्र एनएबीएल और भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला है। इस प्रयोगशाला में अब तीन प्रमुख प्रकार की जांच रासायनिक परीक्षण, उच्चस्तरीय उपकरणों द्वारा परीक्षण और सूक्ष्मजीवाणु परीक्षण उच्चस्तरीय उपकरणों के द्वारा किया जा रहा है। इस अत्याधुनिक लैब में खाद्य पदार्थों में पेस्टीसाइड और वसा की मात्रा जांच, एंटीबायोटिक, माइकोटॉक्सिन, और रंजकों की पहचान की जांच और भारी धातुओं की जांच हो रही है।

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