लोन का किश्त नहीं भर पा रही महिला ने कर ली आत्महत्या,फाइनेंस कर्मी ने दी थी जेल भेजने की धमकी
न्यूज़96इंडिया,बिहार
बिहार के पूर्णियां जिले से एक खबर सामने आई जिसके बाद लोन लेने वाले मध्यमवर्गीय लोग सकते में आ गए।लोन की किश्त ना चुका पाने के कारण एक महिला ने अपनी जान दे दी।यह घटना पूर्णियां जिले के सरसी थाना क्षेत्र पुरंदहा पंचायत की बताई जा रही है।जहाँ एक महिला ने आत्महत्या कर ली।मृतक महिला की पहचान बरैना टोल वार्ड नम्बर 08 निवासी लवकुंज महतो की 28 वर्षीय पत्नी बेबी देवी के रूप में हुई है।आत्महत्या की वजह लोन की किश्त ना भर पाना बताया जा रहा है।मामले में एसडीपीओ सुबोध कुमार ने बताया कि मृतका के परिजन का कहना है कि बेबी ने महिला ग्रुप से लोन लिया था,लेकिन आर्थिक तंगी के कारण वह ग्रुप लोन चुकाने में असमर्थ थी। शुक्रवार को लोन का किस्त लेने कुछ लोग आये थे।इसके बाद यह घटना घटी।पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
40 हज़ार का लिया था लोन:-
ग्रामीणों का कहना है कि महिला ने ग्रुप लोन लिया था।40 हज़ार रुपये लोन के रूप में मिला था।जिसकी किश्त 2500 सौ रुपये प्रतिमाह चल रहा था।कंपनी के कर्मी के द्वारा बार-बार किश्त भरने के लिए दबाब बनाया जा रहा था।महिला मजबूर थी।घर की स्थिति ठीक नहीं थी।वह किश्त जमा नहीं कर पा रही थी।बताया जाता है कि कुछ फाइनेंसकर्मी शुक्रवार को भी महिला के घर आए थे।उनलोगों ने किश्त नहीं दिए जाने पर जेल भेजने की धमकी दिए थे।कर्मी के जाने कुछ समय पश्चात महिला ने अपने घर में साड़ी का फंदा डालकर आत्महत्या कर ली।
लोगों के जी का जंजाल बनता जा रहा लोन:-
कुछ वर्षों पूर्व ग्रुप लोन का प्रचलन प्रारंभ हुआ।शहर से लेकर गाँव-ग्रामीण की महिला समूह लोन लेकर घर चलाने लगी।कुछ लोगों ने दुकान या अन्य कार्य में भी रुपये लगाए।कुछ लोगों के लिए यह अच्छी सुविधा बनी लेकिन अधिकांश लोगों के लिए यह गले की फांस बन गया।लोग लोन की राशि चुकता करने में असमर्थ होने लगे।यही वजह है कि कुछ लोग मानसिक रूप से परेशान होकर आत्महत्या जैसे उठाने को मजबूर हो रहे हैं।